Monday, July 31, 2006

हम दीवाने है जिनके
उन्हें ये जा के बताएं कोई
ख्वाब मे सताते है जो हमें
जा के उन्हें भी सताए कोई

शर्मिंदा हुए हम काफी
दोस्तों मे अब पछताए कोई
हाल-ए-दिल जताया खूब
इश्क़ हमसे अब जताए कोई

हारे है बाजी आज तक
करम से अपने जिताए कोई
अकेले जिन्दगी जी रहे है
साथ मेरे वक़्त बिताए कोई

उनका नाम लेते डरते थे
नाम से हमारे कतराए कोई
ठोकर खाई है दर दर की
हमारा भी दर खटखटाए कोई

तकलिफ दी है दुनिया ने
दर्द ये मेरा घटाए कोई
तडपा हूं एक साथी के लिये
मेरे लिये अब झटपटाए कोई

खुशी के लम्हें थोडे है
वो चुनिंदा पल लुटाए कोई
देख ली रंगीन शामें खूब
अब ले आए काली घटा कोई

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