Saturday, August 05, 2006

रहने दो मुझे सपनों की दुनिया मे
यहां सच्चाई का पता नही चलता है
मुश्किल है तेरा मिलना उस दुनिया मे
इस कडवे हक़िकत से दिल जलता है

जन्नत सी खुशियॉ है नसिब यहां
प्यार यहां दिन रात ऐसे बरसता है
दुश्मन न है कोई किसी का यहां
ना कोई है प्यासा ना कोई तरसता है

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